Jamalgota seed for Hair Regrowth and Alopecia

Jamalgota (Croton Tiglium) Seeds is very effective in regrowth new hair. Jmalgota Oil is a safe, and very effective natural external herbs for hair growth and stop severe hair loss. Our Jamalghota Oil formulation makes use of two potent ingredients – First Detoxified Jamalgota Seeds used to boiled in Cow milk for toxin free in “Dhola Yantra” by Ayurvedic Shodhana technique for veryfied it no side effects.

Jamalgota seeds are toxic because of the presence of croton proteins in it. it can be lethal, Do not direct Use Before Detoxification or Shodhan Process according to ayurveda. Consult a doctor before using.

Name of Jamalgota : Jaipal, Jamagalpa, Nepalese, Jaipal, Croton tiglium, jmalgota, jamalghota, jamal gota, Purging Croton, Jamalgota beej, Jayaphala, Nepala, Nervalam, Japalbij, Japolota Narchalam, Nepalamu Seed, Jamaal Ghota

ingredients : Detoxified Jamalgota Beej, Coconut Oil, Sesame Oil, Castor Oil, Onion Black Seed, Garlic Swaras.

How to Use Jamalgota Oil for hair regrowth?

Jamalgota oil should be applied only 3 days in a week. Every alternate days. Apply Jamalgota oil on the scalp before bathing in the morning and massage lightly. Let it remain on the scalp for 15 to 20 minutes. After 15 to 20 minutes, wipe the head with a wet cloth, after that wash the head with normal water. Do not use soap or shampoo after use of jamalgota oil.

How to Use Jamalgota Seed Powder for hair regrowth?

Use Jamalgota Seed Powder Once in a week only. Take table spoon of detoxified jamalgota powder in bowl mix with luke warm water or Milk, mix well make paste and apply directly on scalp. leave it 15 to 20 minutes last. then wipe with wet cotton cloth and wash your head with normal water. do not use shampoo ans soap after using jamalgota powder paste.

Consult with Dr. Raj Thakur About Jamalgota Oil and Powder : Mob. 9352623794

क्या ततैया छत्ता का तेल सिर में नए बाल उगा सकता है ?

ततैया के छत्ता को नारियल के तेल में उबालकर लगाने से बाल उग जायेंगे ऐसा कहा और सुना जाता है, लेकिन इसके बारे में कोई वैज्ञानिक बेंचमार्क अध्ययन उपलब्ध नहीं हैं।

Wait Wait!

लेकिन ये पूरा सच नहीं है!

ततैया के छत्ते के तेल से सिर में 100% नए बाल उगाये जा सकते है, लेकिन आयल बनाने विधि और तेल बनाने के लिए उपयोग में लिए गए इनग्रेडिएंट (Ingredients) पर निर्भर करता है। ततैया का छत्ता पूरी तरह से वैज्ञानिक है इसमें पाए जाने वाले तत्व और उनका गंजे सिर पर प्रभाव संतोषजनक है।

ततैया का छत्ता क्या होता है ?

ततैया एक प्रकार का कीट पतंग है। भारत में इसे भिरड़, बर्रे, बरैया, पीली ततैया और गंधेली नामों से भी जाना जाता है। अंग्रेजी में इसे (wasps) के नाम से जाना जाता है। वैज्ञानिक दृष्टि से इसे हायमेनोप्टेरा (Hymenoptera) गण और आपोक्रिटा (Apocrita) उपगण के अंदर रखा गया है और ये माना जाता की हर वह कीट जो चींटी या  मक्खी न हो सभी हायमेनोप्टेरा गण के सदस्य हैं।

ततैया पीले रंग का होता है और मधुमक्खी की तरह ही दिखता है। मधुमक्खी की तरह ततैया भी छत्ता बनाकर अपने अंडे को रखता है लेकिन ततैया का छत्ता मधुमक्खी के छत्ते के काफी बिपरीत होता है।

ततैया अपना छत्ता अपने मुँह की लार से बनाता है। ततैया के छत्ते का डिज़ाइन दिखने में मधुमक्खी जैसा ही होता है लेकिन ततैया के छत्ता में न सहद होता है और न ही मोम। ततैया अकेले या झुण्ड में रहते हैं जिसमें एक अण्डें देने वाली रानी होती है और अन्य सभी ततैयें कर्मी होते हैं।

ततैया जायदातर लोगो के घरों में, पुराने खण्डरों और पानी के कुंड के आसपास मडराते हुए नज़र आते है और वहीं पर दीवारों पर छत्ता बना लेते हैं। अगर इनको किसी प्रकार से छेड़ा जाए या परेशान किया जाए तो ततैया डंक मार कर काट लेती है। ततैया के डंक मारने से काफी दर्द होता है और कटे हुए जगह पर सूजन भी हो जाती है।

ततैया छत्ता के तेल में क्या है वैज्ञानिक तथ्य और तत्व ?

ततैया “भिरड़” के छत्ते में मुख्या रूप से पाए जाने वाले प्राकृतिक तत्व है :-

  • मेलिटिन (MELITTIN)
  • अपामिन (APAMIN)
  • एम सी डी पेप्टाइड (MCD PEPTIDE)
  • हिस्टामिन (HISTAMINE)

साथ ही ततैया छत्ता में भरपूर मात्रा में पाया जाता है :

  • लयसिन (LYSINE)
  • टीरोसिन (TYROSINE)

ततैया के छत्ते में उच्चतम मात्रा में पाए जाते है :

  • एमिनो एसिड्स (AMINO ACIDS)
  • प्रोटिनोजेनिक एमिनो एसिड्स (PROTEIONOGENIC AMINO ACIDS)

ततैया के छत्ते में उच्च गुणवत्ता के खनिज (Minerals) सामग्री पाए जाते हैं, विशेष रूप से सूक्ष्म खनिज (Micro Minerals) जैसे :

  • लोहा (IRON)
  • ज़िंक (ZINK)
  • पोटासियम (POTASSIUM)
  • सोडियम (SODIUM)
  • सिलिकॉन (SILICON)
  • एल्युमीनियम (ALUMINIUM)
  • मैग्नेसियम (MEGNESIUM)
  • विटामिन एच (VITAMIN-H)

ततैया का छत्ता वैज्ञानिक दृष्टि से बाल उगाने के लिए एवं बालों की सुरक्षा के लिए बहुत ही उपयोगी है। क्योक इतने सारे महत्वपूर्ण तत्व दुनिया के किसी भी बालों के तेल में नहीं पाए जाते है जितना अकेले ततैया छत्ते में पाए जाते है। इसलिए कहा जा सकता है की ततैया के छत्ते का तेल पूर्ण रूप से scientefic है। बाल को झड़ने से रोकने के लिए ततैया के छत्ते का तेल बहुत उपयोगी है हेयर फॉल मात्र एक हफ्ते में रुक जायेगा अगर आपके पास सुद्ध प्राचीन विदी से निर्मित ततैया छत्ता का असली तेल उपलब्ध है तो, क्योकि ततैया के छत्ते में पाया जाता है Lysine और Zink जो झड़ते हुए बाल की जड़ों में पहुंच कर बालों की जड़ को मजबूत करते हैं और हेयर फॉलिकल्स के लिए blood flow को सुचारु करते है।

ततैया के छत्ते के तेल से नए बाल उगाए जा सकते है ?

ततैया के छत्ते में प्राकृतिक रूप से एल्केलॉइड्स (Alkaloid) और टरपेनोइड्स (Terpenoids) पाए जाते है जो हेयर फॉलिकल (Hair Folicles) को एक्टिवेट करते है, जिस से सुसुप्त अवस्था में पड़ा हुआ हेयर फॉलिकल बालों की जड़ फिर activate होकर पुनः अपनी ग्रोथ सुरु कर देती है। और ४ से ६ हफ्ते में छोटे छोटे नए बाल गंजे सिर में उगते हुए नज़र आने लगते है।

ततैया के छत्ते का 100% ओरिजिनल तेल कैसे बनाते हैं ?

सबसे महत्वपूर्ण है की ततैया के छत्ते का तेल प्राचीन आयुर्वेदिक विधि से तैयार किया जाए। ततैया के छत्ते का सुद्ध तेल बनाने के लिए क्या क्या जड़ी बूटी और सामिग्री की जरुरत होती है :

“२०० ग्राम ततैया छत्ते का तेल बनाने के अनुपात के हिसाब से”

  • ततैया का छत्ता एक बड़ा या ४ छोटे टुकड़े (अनुपात : ५०-६० ग्राम)
  • २०० ग्राम कच्ची घानी नारियल का तेल
  • २०० ग्राम गुड़हल के पत्ते और फूलो का रस
  • १०० ग्राम छोटी सफ़ेद प्याज का रस
  • १०० ग्राम आवला का रस
  • १० से २० ग्राम प्रति सिकाकाई, मेथी बीज, कलोंजी, जटामासी, भृंगराज और ब्राह्मी
  • १० ml सॉ पाल्मेटो आयल (Saw Palmetto Oil)
  • १० ml पम्पकिन सीड आयल (Pumpkin Seed Oil)

सर्वश्रेष्ठ आयुर्वेदिक हेयर ऑयल : ततैया छत्ता का तेल बालों का छुपा खजाना

बालों का झड़ना आम समस्या है और सुपरमार्केट में विभिन्न प्रकार के हेयर केयर ऑइल आपको मिल जायेंगे। हालांकि हर एक हेयर केयर आयल कंपनी ये दावा भी करती है की उनके प्रोडक्ट यानि की हेयर आयल से बाल झड़ना रुक जायेगा आपके बाल मजबूत और लम्बे घने हो जायँगे। लेकिन हमें परिणाम शायद ही कभी देखने को मिलते हैं। ये व्यावसायिक प्रोडक्ट (commercial product) रासायनिक अम्ल (Chemicals) से बनाये जाते हैं। जो आपके बालों को पोषण देने की वजाय क्षति पहुंचाते हैं। हमारे बालों को भी हमारे सरीर की तरह स्वस्थ रहने के लिए पोषक तत्वों की जरुरत होती है। आयुर्वेदिक हेयर आयल हमारे बालों की देखभाल के लिए और बालों को लम्बा, घना और मजबूत करने के लिए प्राचीन समह से प्रयोग में लिया जाता रहा है। यह प्राकृतिक रूप से सुद्ध होते हैं और बिना किसी बिषयुक्त रासायनिक प्रिक्रिया के संलग्न है। आयुर्वेदिक हेयर आयल में विद्धमान प्राचीन जड़ी बूटियां बालों को लम्बा घना मजबूत और आकर्षक बनाती हैं।

आयुर्वेदिक हेयर आयल बहुत उपयोगी जड़ी बूटियों और पौधों के तने, छाल, फल और पत्तियों से निर्मित क्या जाता है। महत्वपूर्ण जड़ी बूटी जिनसे आयुर्वेदिक हर्बल हेयर आयल बनाया जाता है हमारे प्राचीन ग्रंथों में वर्णित है।

अगर आप भी बाल झड़ने की समस्या और गंजेपन से परेशान हैं और बाल झड़ने का रोकने का समाधान ढूढ़ रहे हैं तो आप सही जगह पर अवतरण कर गए हैं।

दुनियाँ में सबसे अच्छी गुणवत्ता बाले हर्बल हेयर आयल 10 से 15 जड़ी बूटी का मिश्रण होता है।

उनमें से कुछ का निम्न में वर्णन किया गया है

ततैया का छत्ता (Yellow Bee Nest, wasp hive) :

ततैया के छत्ते में प्राकृतिक रूप से गंजे सिर पर नये बाल उगाने की क्षमता होती है। ततैया जिसे हम भिरड़ या भारतीय पीली ततैया भी बोलते है का छत्ता वैज्ञानिक दृष्टि से बाल उगाने के लिये महत्वपूर्ण और चमत्कारी माना गया है, क्योंकि ततैया के छत्ते में भरपूर मात्रा में lysine, Zink, Poteshium, vitamins and minerals पाये जाते हैं। ततैया का छत्ता, ततैया खुद अपनी लार से बनाती है जिसमे rich source of alkaloids & Steroids पाये जाते हैं। ततैया भिरड़ का छत्ता एन्टीऑक्सिडन्ट और एन्टीबैक्टिरीअल का कार्य करता है। बालों में fungal infection, डैंड्रफ रुसी को ख़त्म करता है। वैज्ञानिक खोज पेपर से मालूम होता है की ततैया छत्ते का तेल बाल उगाने के लिए, बालों का झड़ना रोकने के लिए और लम्बे घने बाल बढ़ाने के लिए सर्वश्रेष्ठ गुणवत्ता वाला तेल है।

गुड़हल के पत्ते और फूलों का रस (Hibiscus) :

गुड़हल बालों के लिए बहुत ही गुणकारी पौधा है। गुड़हल के फूल अति सुन्दर और मनमोहक होते है, साथ ही यह बालों को झड़ने से रोकता है और चमक लाता है। गुड़हल के पत्तों का रस प्राकृतिक रूप से हेयर कंडीशनर का काम करता है।

भृंगराज :

भृंगराज एक प्राचीन जड़ी बूटी है जिसे बर्षों पूर्व से आयुर्वेदिक औषध के प्रयोग में लिया जाता रहा है, लेकिन भृंगराज बालों की सुरक्षा की दृष्टि से अपना महत्पूर्ण स्थान रखता है। यह बालों को नुकसान होने से बचाता है और जड़ों को मजबूती प्रदान करता है।

आवला :

आमला विटामिन सी (Vitamin C) का सर्वस्त्रोत माना जाता है जो की बालों की देखभाल के लिए बहुत उपयोगी है। आवला आपके बालों को पोषण देता है और रूखेपन का इलाज करता है। आवला बालों में घनत्व और लंबाई जोड़ता है। आवला अपने प्राकृतिक गुणों की वजह से बालों को पोषण प्रदान करता है जिससे बाल रहते है मजबूत काले और चमकदार।

तुलसी :

तुलसी एक वानस्पतिक जड़ी बूटी है। बहुत से प्रदेशों में तुलसी की पूजा की जाती है क्योकि तुलसी गुणों से भरपूर जंगली बनस्पति है। तुलसी में Antibacterial, Antiseptic प्रॉपर्टी होती है जो बालों की जड़ो को सुरक्षा प्रदान करती है। तुलसी बालों में नमी बरकरार रखती है और बालों के विकास को बढ़ावा देती है।

नारियाल तेल :

नारियाल का तेल बालों को काला, घना, लम्बा और मजबूती प्रदान करता है। बाल की जड़ को मजबूत करता है, डैंड्रफ को ख़त्म करता है बालों की सतह में मॉइस्चर प्रदान करता है। कोकोनट आयल प्राकृतिक रूप से बाल झड़ने को रोकता है और बालों को बढ़ाता है।

आयुर्वेदिक हेयर ऑयल के बहुत से फायदे हैं जो साबित करते हैं कि यह बालों की सभी समस्याओं का अंतिम समाधान है।

  • आयुर्वेदिक हेयर आयल डैंड्रफ से छुटकारा दिलाता है
  • बालों का झड़ना रोकता है
  • बालों के विकास को बढ़ावा देता है
  • आयुर्वेदिक हेयर आयल तनाव और चिंता को कम करता है
  • बालों में चमक जोड़ता है

7 कारण जिनकी वजह से बाल झड़ते हैं! कारन और उपाय

बाल! इंसान के व्यक्तित्व में एक खास भूमिका निभाता है। एक पुरानी कहावत के अनुसार जिस इंसान के बाल काले घने और मजबूत होते हैं उस इंसान को एक स्वस्थ देह का मालिक माना जाता है और महिलाये ऐसे पुरुष से प्रभावित होती हैं। क्योकि बाल और नाख़ून इंसान के सरीर में 100% प्रोटीन से निर्मित होते हैं। आज के युग में 80% इंसान बाल का झड़ना, बाल का टूटना, समह से पहले बाल सफ़ेद हो जाना जैसी आम समस्या से परेशान है। चाहे फिर वो पुरुष हो या महिला सभी बाल झड़ने और गंजापन की समस्या से जूझ रहे हैं।

बाल झड़ने के मुख्य कारन और उपाय ?

  1. सरीर में पोषक तत्वों की कमी हो जाना
  2. ख़राब और अनियमित दिनचर्या
  3. व्यायाम योग और प्राणायम की कमी
  4. धूम्रपान और नशीले पदार्थों का सेवन
  5. हस्थमैथुन की लत और DHT
  6. हस्थमैथुन और वैज्ञानिक तथ्य
  7. प्रकृति और पंचतत्व का संपर्क

सरीर में पोषक तत्वों की कमी हो जाना

आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में इंसान का खाना और रहन सहन की प्रवर्ती में काफी बदलाव आया है। आजकल लोग फ़ास्ट फ़ूड, जंक फ़ूड जैसा खाना बहुत पसंद कर रहे हैं जो की सबसे घातक साबित हो रहे हैं। इस प्रकार के गरिष्ठ भोजन में किसी भी प्रकार के पोषक तत्व नहीं पाए जाते है, क्योकि ये सभी भोजन Chemical Process से तैयार किये जाते है साथ ही इस प्रकार का भोजन सरीर में विष का कार्य करता है।

इंसान का सरीर इस प्रकार के भोजन को पचाने के लिए नहीं बना है। इसलिए बाल झड़ने की समस्या और गंजापन से छुटकारा पाने के लिए विटामिन और पोषक तत्वों से भरपूर भोजन ग्रहन करना चाहिए जैसे : हरे पत्तेदार सब्जिया, ताजे फल, अंकुरित दाने और दालें , सलाद इत्यादि।

ख़राब और अनियमित दिनचर्या

आजकल आमतौर पर देखा जाता है की इंसान की दिनचर्या पूरी तरह से बिगड़ चुकी है। न समह पर उठना, न समह पर सोना और न ही निश्चित समह पर भोजन खाना। प्रकृति ने हमारा जीवन इस प्रकार नहीं बनाया है। हर कार्य के लिए एक निश्चित समह प्रकृति ने तय किया है। जैसे सुभह सूरज उगने से पहले जाग जाना, योगाभ्यास करना, दिन में सिर्फ 2 समह ही भोजन करना, परिश्रम करना और शाम को सूरज ढलने से पूर्व भोजन ग्रहण कर लेना। ताकि आपकी देह को नवनिर्माण करने के लिए पर्याप्त समह मिल सके।

व्यायाम, योग और प्राणायम की कमी

बाल झड़ने को रोकने के लिए नियमित रूप से व्यायाम करना बहुत जरुरी माना गया है। इंसान अगर व्यायाम, प्राणायाम नहीं करेगा तो इंसान के सरीर में रक्त प्रवाह कम होने लगता है जिसके फलस्वरूप सरीर में भिन्न भिन्न प्रकार की बीमारियां जन्म ले लेती है। जैसे डायबिटीज, थाइरोइड, ऑटोइम्म्यून डिजीज इत्यादि। सरीर की कार्यशैली विगड़ जाती है और सरीर के अंदर स्तिथ अंग अपना कार्य यथारूप नहीं कर पाते हैं। जिसकी वजह से बाल झड़ना टूटना और गंजापन का शिकार लोग बन रहे हैं।

धूम्रपान और नशीले पदार्थों का सेवन

जो लोग नशीले पदार्थों का अत्यधिक उपयोग करते हैं उनकी शारीरिक खमता कम हो जाती है। सरीर के अंग अपना कार्य सही से करना बंद कर देते है। जिसके कारन सरीर में अनेको प्रकार की पोषक तत्वों की कमी होने लगती है। बालों को बढ़ने, लम्बे घने होने के लिए उपयोगी पोषक तत्व नहीं मिल पाने की वजह से बाल कमजोर होकर पकना सुरु हो जाते है और अंत में बाल झड़ने की वजह से धीरे धीरे गंजापन का रूप ले लेते है।

हस्थमैथुन की लत और DHT

बहुत से व्याख्यान में आपने सुना और पढ़ा होगा की हस्थमैथुन स्वास्थ के लिए नुकसानदायक नहीं है! लेकिन ये बात पूर्णतया बेबुनियाद है, अवैज्ञानिक है। युवावस्था में जब इंसान के सरीर में हॉर्मोन का निर्माण होता है तो आदमी के सरीर में टेस्टेस्टेरोन हॉर्मोन (testosterone hormone) और महिला के सरीर में एण्ड्रोजन हॉर्मोन (androgen hormone) का निर्माण होता है। प्रकृति ने सरीर में ये हॉर्मोन का निर्माण इंसान के भले स्वास्थ के लिए किया है जैसे पुरुष में Testosterone Hormone की वजह से पुरुषत्व का निर्माण होता है संतान उत्पत्ति के लिए, इस हॉर्मोन की वजह से पुरुष का सरीर हस्ठ पुस्ठ और बलिष्ठ होना , दाढ़ी मूछ का उगना, कठिन परिश्रम करना इत्यादि। पुरुष के सरीर में Testosterone Hormone 95% तक की मात्रा में पाया जाता है जबकि महिला में टेस्टेस्टेरोन हॉर्मोन 5% तक ही पाया जाता है इसके फलस्वरूप महिला में एण्ड्रोजन हॉर्मोन की मात्रा जायदा पायी जाती है।

हस्थमैथुन की वजह से बाल क्यों झड़ते हैं ? वैज्ञानिक तथ्य!!

ये बहुत ही वैज्ञानिक तथ्य है की हस्थमैथुन की अत्यधिक लत से महिला और पुरुष में गंजापन और बाल झड़ने की समस्या होती है। हस्थमैथुन करने से सरीर में पोषक तत्वों की कमी होगी ये तो स्वाभाविक है। मास्टरबेशन जितना किया जायेगा उतनी ही मात्रा में सरीर Testosterone और Androgen Hormone का निर्माण करेगा। जितना जायदा टेस्टेस्टेरोन हॉर्मोन का निर्माण होगा तो मानव सरीर में विद्यमान 5 अल्फ़ा रिडक्टी एन्ज़ाइम (5 alpha reductase) Testosterone Hormone के साथ मिलकर DHT (dihydrotestosterone) का निर्माण करता है जो की बाल झड़ने के लिए सबसे बड़ा कारन है। dihydrotestosterone (DHT) महिला और पुरुष के सिर scalp के ऊपरी और सामने के हिस्से Crown Area के बाल को अपना दुश्मन मानने लगता है जिसकी वजह से एंटीबाडी (Antobody) का निर्माण करता है और बाल की जड़, हेयर फॉलिकल (Hair Folicles) को मारना सुरु कर देता है बाल की जड़ में रक्त प्रवाह (Blood Flow) अवरुद्ध कर देता है, फलस्वरूप बाल कमजोर होकर जड़ना सुरु कर देता है, और अंत में इंसान गंजापन का शिकार हो जाता है। पुरुष में मेल पैटर्न बाल्डनेस (Male Pattern Baldness) का एंड्रोजेनेटिक एलोपेसिया (androgenetic alopecia) का सबसे जायदा इसी DHT का कारन है।

प्रकृति और पंचतत्व का संपर्क

मानव शरीर प्रकृति के पांच तत्वों से निर्मित है जैसे:- छिति जल पावक गगन समीरा। पृथ्वी, जल, अग्नि, आकाश और वायु इन पांच तत्वों से यह शरीर रचा गया है। अगर हम इन पांच तत्व से अछूते रहते हैं तो हमारे सरीर में इन तत्व की कमी होने लगती है जिसके फलस्वरूप बीमारी अपना घर बना लेतीं हैं। इसलिए मानव को  प्रतिदिन पृथ्वी, जल, अग्नि, आकाश और वायु के संपर्क में रहना चाहिए। ताकि हमारे सरीर में किसी प्रकार की प्राकृतिक रूप से कोई व्याधि न आये।

बाल झड़ने और गंजापन को रोकने के उपाय ?

  • अपनी दिनचर्या को नियमित करें। सुभह जल्दी जागे, नित्यक्रिया करें सौच इत्यादि के बाद योगा और प्राणायाम नियमित रूप से करें।
  • पौष्टिक भोजन ग्रहण करें जैसे ताजे रसभरे रेशेयुक्त फल, हरे पत्तेदार सब्जियाँ, सूखे मेवे खाएं , अधिक मात्रा में हरा सलाद लें और रात्रि को कम भोजन लें गरिष्ठ भोजन का त्याग करें , बाजार में उपलब्ध डब्बा बंद भोजन और रासायनिक अम्ल (Chemical Process) से तैयार भोजन का त्याग करें।
  • अच्छी नींद लें , हस्थमैथुन (masturbation) का त्याग करें ब्रह्मचर्या का पालन करें। ध्यान और समाधी कम से कम दिन में हर रोज 15 से 45 मिनट जरूर करें।
  • नशीले पदार्थों का सेवन बंद करें, गलत संग और बुरी आदतों का त्याग करें।
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